भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने महीने की शुरुआत में हिंदी बेल्ट के 3 राज्यों में बड़ी जीत हासिल करने के बाद तीनों जगहों पर पुराने चेहरों की पीछे करते हुए नए चेहरों को प्रदेश की कमान सौंप कर सियासी पंडितों को चौंका दिया था. अब राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री बनाए जाने को पीएम नरेंद्र मोदी ने नया ट्रेंड मानने से इनकार कर दिया. उनका कहना है कि बीजेपी में तो यह चीज काफी पहले से ही चली आ रही है.
एक निजी मीडिया हाउस के साथ इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी तरह से नए ट्रेंड की शुरुआत से इंकार करते हुए कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के रूप में नए चेहरों को चुनना बीजेपी की पसंद कोई नया ट्रेंड नहीं है, और इस मामले में हमारी पार्टी एक सबसे अच्छा उदाहरण हैं. बीजेपी ने लंबी चर्चा के बाद मध्य प्रदेश में मोहन यादव, राजस्थान में भजन लाल शर्मा और छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बना दिया.
जब CM बना तो अनुभव नहीं थाः PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा, “बीजेपी के अंदर इस ट्रेंड का सबसे अच्छा उदाहरण तो मैं खुद ही हूं. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री बना, तो मेरे पास किसी तरह का कोई प्रशासनिक अनुभव नहीं था और न ही तब तक मैं विधानसभा के लिए चुना गया था.” उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार नए प्रयोग करने वाली पार्टी है. यह ‘कैडर-आधारित पार्टी’ है. मोदी 2001 में केशुभाई पटेल के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री बनाए गए थे और फिर 4 महीने बाद वह राज्य विधानसभा के लिए चुने गए.
पीएम मोदी ने कहा, “बीजेपी के पास एक ही समय में नेतृत्व की कई पीढ़ियों को आगे बढ़ाने की क्षमता है. अगर आप बीजेपी के अध्यक्षों पर नजर डालें तो आपको हर कुछ साल में नए चेहरे दिखाई देंगे.” उन्होंने बताया कि पार्टी ने गुजरात कैबिनेट और दिल्ली नगर निगम में नए चेहरों को चुना है. उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में नई पीढ़ी और नए खून को अवसर देना जरूरी होता है. लोकतांत्रिक प्रक्रिया ही लोकतंत्र को जीवंत बनाती है.
कार्यकर्ताओं में भी जगी उम्मीदः PM मोदी
इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि वंशवाद आधारित पार्टियों के लिए इस तरह की लोकतांत्रिक प्रक्रिया थोड़ी कठिन होती है. पीएम मोदी ने कहा कि तीन राज्यों में नए चेहरों की प्रदेश की कमान सौंपना भले ही लोगों को नया ट्रेंड लग सकता है क्योंकि आज की ज्यादातर पार्टियां तो परिवारवादी पार्टियां हैं.” नए चेहरों को मौका दिए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि इस ट्रेंड का सबसे अच्छा फायदा यह होता है कि पार्टी से जुड़े हर कार्यकर्ता को लगे कि वो भी कुछ कर सकता है.
गारंटी मतलब चुनावी वादे नहींः PM मोदी
बीजेपी की ओर से हर जगह ‘मोदी गारंटी’ का जिक्र किए जाने को लेकर पीएम मोदी ने कहा, “मेरे लिए गारंटी शब्द का मतलब केवल चुनावी वादे नहीं हैं. यह मेरी दशकों की कड़ी मेहनत का परिणाम है. मैं जब ‘गारंटी’ का जिक्र करता हूं, तो मैं खुद को इस शब्द से बांधता हूं. यह ऐसी चीज है जो मुझे सोने ही नहीं देती, और मुझे कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करती है. यह मुझे देश के लोगों को सब कुछ देने को प्रेरित भी करती है.
आज भी मैं खुद एक छात्र हूंः PM मोदी
एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, “मैं खुद को आज भी एक छात्र की तरह ही मानता आया हूं. मैं दूसरों के अनुभव और उसकी बुद्धिमता से सीखने में विश्वास करता हूं.” नीति निर्माण को लेकर पीएम मोदी ने बताया कि नीति बनाने को लेकर मेरा तरीका थोड़ा अलग है. मैं हर तरह के अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों को पहले सुनता हूं, फिर उनकी सलाह को अपने ‘जमीनी जुड़ाव’ के साथ मिलाकर नीतियों को तय करता हूं.